राजस्थान

स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग की बैठक संपन्न

बून्दी.KrishnaKantRathore/ @www.rubarunews.com-  स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग की वित्तीय वर्ष 2020-21 चतुर्थ त्रैमासिक बैठक गुरूवार को जिला कलक्टर आशीष गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित हुई।
बैठक में अतिरिक्त निदेशक एवं सदस्य सचिव पूनम मेहता ने बताया कि संभागीय आयुक्त की ओर से वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए संभागाधीन संस्थाओं में 1 अप्रेल 2020 को बकाया आक्षेपों के न्यूनतम 40 प्रतिशत आक्षेपों के निस्तारण का लक्ष्य आवंटित किया था, जबकि संभागीय प्रशासनिक समिति की 12 जनवरी को आयोजित द्वितीय व तृतीय त्रैमासिक बैठक में संभागीय आयुक्त द्वारा लक्ष्यों को 70 प्रतिशत कर दिया गया। उन्होंने बताया कि चतुर्थ त्रैमास तक संस्थाओं द्वारा 70 प्रतिशत लक्ष्य अर्जित किये जाने थे, किन्तु लक्ष्यों की प्राप्ति नही किए जाने पर असंतोष व्यक्त किया ।
उन्होंने बताया कि बैठक में अनुपस्थित संस्थाधिकारियों एवं अधीनस्थ कार्मिकों को समिति द्वारा नोटिस जारी करने का निर्णय लिया तथा निर्देश दिए गए कि ऐसे प्रकरण जो न्यायालय में लम्बित है एवं वसूली पर स्टे नहीं है तो वसूली की कार्यवाही की जावे। यदि वसूली पर स्टे है तो हटावाए जाने की कार्यवाही की जाए।
उन्होंने बताया कि संभागीय आयुक्त द्वारा दिए गए लक्ष्य के अनुरूप आक्षेपों की पूर्ति कर अविलंब भिजवाएं, ताकि आक्षेपों का त्वरित निस्तारण किया जा सके। आक्षेप गठित होने के बाद समय रहते यदि उस पर अपेक्षित कार्यवाही की जावे तो आक्षेप का निस्तारण आसान हो जाता है। इसके लिए सभी संस्थाधिकारियों को निर्देश दिए गए कि आक्षेप गठित होने पर उस का अध्ययन कर अपेक्षित कार्यवाही अविलंब की जावे। साथ ही आक्षेपों के निस्तारण की कार्यवाही कार्यालय में एक टीमवर्क के रूप में की जावे। बैठक में बताया कि जिले की स्वायत्तशासी संस्थाओं की ओर 14370 सामान्य, 77 गम्भीर एवं 166 आक्षेप गबन प्रकरणों में सन्निहित राशि 82.14 लाख बकाया है।
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