राजस्थान

महाराजा वंश वर्धन सिंह ने कापरेन गढ़ स्थित कुलदेवी आशापुरा माता की पूजा अर्चना कर जिले की खुशहाली की कामना..

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- बूंदी महाराजा वंश वर्धन सिंह ने कापरेन गढ़ स्थित कुलदेवी आशापुरा माता की पूजा अर्चना कर बूंदी जिले की खुशहाली की कामना की इसके पूर्व कापरेन शहर में जगह-जगह स्वागत किया एवं पुष्प वर्षा कर उनका अभिनंदन किया गया।

ने बताया कि वंश वर्धन सिंह के 2 अप्रैल 2022 को बूंदी महाराव राजा का तिलक दस्तूर एवम पगड़ी रस्म के बाद पहली बार अपने गृह नगर कापरेन आने पर शहर के हर वर्ग के लोगों में हर्ष व्याप्त है। शहर में उनका प्रवेश करने से ही लोगों ने स्वागत कर पुष्प माला पहनाकर पुष्प वर्षा की तथा गाजे-बाजे के साथ उनको गढ़ पैलेस तक ले गए इस दौरान लोग जयकारे लगाते हुए नृत्य कर रहे थे। महाराव का छपावदा ग्राम से ही स्वागत प्रारंभ हो गया इसके पश्चात केशोरायपाटन चौराहे पर अरनेठा ग्राम में सरपंच बजरंग लाल मेघवाल की अगुवाई में स्वागत सत्कार अरनेठा ग्राम में महाराजा ब्रजराज सिंह पीपल्दा महाराज राजेंद्र सिंह हाडा एसोसिएट्स प्रहलाद सिंह जगदरी कमल सिंह हनुमान सिंह हाडा दुबे पेट्रोल पंप पर तेज नारायण दुबे बांके बिहारी पेट्रोल पंप ताराचंद भारत विकास परिषद के ललित टेलर गौतम समाज के जिला अध्यक्ष एवं सेवा भारती के जिला अध्यक्ष शिव नारायण उपाध्यक्ष परशुराम इंटरनेशनल मीडिया सचिव श्याम बिहारी दुबे सर्व ब्राह्मण महासभा जिला अध्यक्ष अमरीश व्यास सहित विभिन्न सामाजिक धार्मिक एवं कर्मचारी संगठनों आत्मीयता से बढ़-चढ़कर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया, लड्डू बांटे मिठाइयां वितरित की शीतल पेय पिलाए पूरे कापरेन शहर में चप्पे-चप्पे पर स्वागत द्वार लगाए लोगों ने छतों से पुष्प वर्षा की महिलाओं ने भी अग्रणी भूमिका अदा कर गाजे-बाजे के साथ उनका अभिनंदन किया शहर के प्रारंभ से ही महाराव वंश वर्धन सिंह की शोभायात्रा शहर के प्रमुख मार्गो से होती हुई गढ़ पैलेस पहुंची ।
महाराव राजा वंश वर्धन सिंह ने लोगों का स्वागत एवं अभिनंदन स्वीकार कर सभी से आत्मीयता से मिले एवं उनके सुख-दुख में सदैव साथ रहने का विश्वास दिलाया एवं उनके द्वारा किए गए स्वागत सत्कार से अभिभूत होकर उनका आभार जताया।
इसके पश्चात गढ़ पैलेस स्थित कुलदेवी आशापुरा की पूजा अर्चना महाराजा कापरेन बलभद्र सिंह रानी साहिबा रोहिणी कुमारी के साथ राजपुरोहित , राज व्यास, राज आचार्य, की देखरेख में की।