राजस्थान

जटिल मोतियाबिन्द ऑपरेशन के द्वारा लौट आई रोशनी, रोगी का चेहरा खिला Light returned by complex cataract operation, feeding the patient’s face

बूंदी.KrishnakantRthore/ @www.rubarunews.com>> – खोजा गेट रोड स्थित अग्रवाल आई हॉस्पिटल अब जटिल नेत्र रोगो के उपचार का केंद्र बनता जा रहा है,  इसी श्रृंखला मे एक 64 वर्ष की महिला की आंख मे पोस्टिरियर पोलर कैटेरेक्ट नामक घातक व जटिल मोतियाबिन्द हो गया. ऑपरेशन करने वाले नेेत्र सर्जन डॉ. संजय गुप्ता ने बताया कि इस रोग मे मोतियाबिन्द आंख के पृष्ठ भाग की झिल्ली से मोतियाबिन्द बडी गहनता से चिपका रहता है एवं ऑपरेशन के समय यह झिल्ली 30 प्रतिशत केसेज मे कमजोर होकर फट जाती है जिससे मोतियाबिन्द के टुकडे पर्दे पर गिरने की सम्भावना बढ जाती है एवं लेंस नही लग पाने से मरीज की रोशनी कम रहती है। ऐसे मोतियाबिन्द ज्यादातर उच्च चिकित्सा केंद्र पर ही हो पाते है।

जटिल मोतियाबिन्द ऑपरेशन के द्वारा लौट आई रोशनी, रोगी का चेहरा खिला Light returned by complex cataract operation, feeding the patient’s face

डॉ. संजय गुप्ता ने इस रोगी मे लो- वैक्यूम, लो फ्लो रेट व्हाइटस्टार फेको तकनीक के द्वारा इस रोगी का सफल आपरेशन किया और झिल्ली मे छेद निकलने पर भी विट्रेक्टोमी तकनीक से लेंस प्रत्यारोपण भी कर दिया। इस आपरेशन मे सोवेरिन काॅम्पेक्ट फेको मशीन का रोल बडा अहम रहा। अभी विगत माह ही डाॅ संजय गुप्ता ने  कोटा मे आयोजित राज्य स्तरीय नेत्र महाधिवेशन मे अपनी इस पोस्टिरियर पोलर कैटेरेक्ट तकनीक का व्याख्यान  पूरे राजस्थान के 400 नेत्र विशेषज्ञो के समक्ष किया ताकि सभी नेत्र सर्जन इस तकनीक को सीख सके। ज्ञात हो कि विश्व की आधुनिकतम और बूंदी की एकमात्र अमेरिकन सोवेरिन फेको मशीन अग्रवाल आई एंड स्किन हॉस्पिटल मे लगी हुई है।