ताजातरीनराजस्थान

विद्यालय के खेल मैदान पर खेल सुविधाएं विकसित करने की जगह कराई जा रही हैं खेती

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>>खेल नीति के तहत राजस्थान में खेलकूद गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा सभी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के खेल मैदानों को विकसित करने तथा उनमें खेल सुविधाऐं विकसित करने की योजनाएं बनाई जा रही हैं, साथ ही सभी विद्यालयों के प्राचार्यों से खेल मैदानों की वस्तुस्थिति मांग कर उन्हें अतिक्रमण मुक्त कराने की योजना भी बनाई गई हैं। अधिकांश ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में स्थित खेल मैदान अतिक्रमण के शिकार है। शिक्षा विभाग की ओर से इस ओर खेल मैदानों को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए कभी कोई ठोस कदम नहीं उठाएं गए है, जिसका खामियाजा विद्यार्थियों सहित आसपास के बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। इन मैदानो ंपर बाहर के लोगों का अतिक्रमण हो तो उसे हटाया जा सकता हैं, लेकिन स्थिति तब गंभीर हो जाती हैं जब विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा ही विद्यालय के खेल मैदान पर खेल सुविधाऐं विकसित करने की जगह मुनाफा कास्त पर खेती करवाई जा रही हों।
केशवराय पाटन उपखंड के अड़ीला गांव के ग्रामीणों ने राजकीय नियमों की अवहेलना करते हुए राउमावि अड़भ्ला के खेल मैदान की भूमि को प्रधानाचार्य द्वारा जगह मुनाफा कास्त पर खेती करवाऐ जाने का आरोप लगाते हुए मामले की जांच करवाने तथा खेल मैदान पर खेल सुविधाएं विकसित करने की मांग को लेकर जिला कलेक्टर बून्दी को ज्ञापन सौंपा। मामले में पूर्व में भी ग्रामीणों ने संपर्क पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है।
ग्रामीण चेतन मीणा, मोहित सुमन, नरेन्द्र मीणा और विशाल ने संपर्क पोर्टल पर की गई  शिकायत तथा जिला कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि विद्यालय की महत्वपूर्ण लगभग 12 बीघा जमीन को खेती में अनुचित रूप से उपयोग में लिया जा रहा है, जिससे खेल गतिविधियों में बाधा उत्पन्न हो रही है और इसके चलते कई ग्रामीण प्रतिभाओं को अपने हुनर का आगे ले जाने और सही से इसे निखरने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर को भी ज्ञापन सौंपा है, जिसमें शीघ्र कार्रवाई की मांग की गई है।
इस मामले को संज्ञान में लेते हुए मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. महावीर कुमार शर्मा ने जांच के आदेश दिए हैं और जांच के परिणाम आने के बाद आगे की कार्रवाई की बात कही हैं।