राजस्थान

बच्चों में संभावित संक्रमण को न्यूनतम करने में मददगार होगा इम्यूनोबूस्टर’-जिला कलेक्टर

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- बच्चों के सर्वांगीण विकास ओर इम्यूनिटी बढ़ाकर स्वस्थ्य रखने के लिए सोमवार को जिला आयुर्वेद चिकित्सालय में विशेष इम्यूनिटी क्लिनिक तथा स्वास्थ्य जागरूकता अभियान की शुरूआत हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता रहे।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि कोविड-19 संक्रमणकाल में आयुर्वेद विभाग की भूमिका सक्रिय रही। विभाग द्वारा घर-घर उपलब्ध कराई गई औषधियों से प्राकृतिक रूप से रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढोत्तरी हुई। वर्तमान समय में भी विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी।

उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण में रोग प्रतिरोधक क्षमता महत्वपूर्ण होती है। दूसरी लहर में आयुर्वेद विभाग ने औषधि किट वितरित किए थे। इसी क्रम में तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने का अनुमान है। इसी कडी में विभाग द्वारा तैयार इस किट का वितरण किया जाएगा। किट में शामिल औषधियां इम्युनिटी को बढाएगी।

उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी इन किट का वितरण होना चाहिए। इसके लिए आईसीडीएस विभाग के माध्यम से सर्वे कर कुपोषित एवं अन्य रोग से ग्रसित बच्चों को चिन्हित किया जा रहा है, जो तीसरी लहर में प्रभावित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि किट में शामिल औषधियां से इम्युनिटी बढेगी और संक्रमण के प्रकोप को न्यूनतम करने में मदद मिलेगी।
कार्यक्रम से वर्चुअल रूप जुड़े से चिकित्सा मंत्री के विशेषाधिकारी डॉ. मनोहर पारीक ने कोरोनाकाल में जिला आयुर्वेद चिकित्सालय बूंदी के इम्यूनिटि क्लिनिक और पंचकर्म द्वारा लोगों को दी जा रहे उत्कृष्ट योगदान की सराहना की तथा कोटा संभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ राजेन्द्र प्रसाद भारद्वाज को बूंदी मॉडल को संभाग के सभी जिलों में शुरू करने के निर्देश दिए।उपनिदेशक डॉ हेमंत कुमार शर्मा और वर्चुअल रूप से आरोग्य समिति के महेश पाटौदी भी जुड़े। कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर एयू खान, पूर्व वन्य जीव प्रतिपालक विठ्ठल सनाढ्य आदि मौजूद रहे।

इम्यूनोबूस्टर किट का विमोचन
जिला कलेक्टर ने आरोग्य समिति एवं भामाशाहों के सहयोग से उपलब्ध करवाए गए आयुष प्रोटोकाॅल व इम्यूनोबूस्टर किट का विमोचन किया। किट में बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने की औषधियां उपलब्ध कराई गई है। रजिस्टेªशन करवाने वालों के घर पर ही यह किट पहुंचाए जा रहे हैं।
भामाशाहों व कोरोना वाॅरियर्स हुए सम्मानित
कार्यक्रम में जिला कलेक्टर ने इम्यूनोबूस्टर किट एवं अन्य औषधियों के लिए धनराशि तथा अन्य मदद देने के लिए भामाशाहों का प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। साथ ही कोविड-19 संक्रमण के दौरान चिकित्सालय में सेवाएं देने वाले कार्मिकों, संविदा कार्मिकों एवं पत्रकारों को भी प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। जिला कलक्टर ने स्वर्णप्राशन औषधि के लिए एक लाख रूपए का दान करने के लिए भामाशाह कोटा के रिटायर्ड इंजीनियर आनंदीलाल कुशवाह का विशेष सम्मान भी किया।

चिकित्सालय का किया निरीक्षण
कार्यक्रम में पहुंचे जिला कलेक्टर ने आयुर्वेदिक चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्होंने चिकित्सालय में उपलब्ध करवाई जा रही चिकित्सा सुविधा, पंच कर्म ओटी में पहुंचकर पंचकर्म की प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली। पीएमओ डाॅ. सुनील कुशवाह ने जिला कलक्टर को चिकित्सालय में आमजन को दी जा रहीे स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने चिकित्सालय की औषध वाटिका में एलोवेरा और एडीएम अमानुल्लाह खान ने तुलसी के पौधे लगाए।

आयुर्वेद चिकित्सालय के पीएमओ डाॅ. सुनील कुशवाह ने बताया कि इम्यूनोबूस्टर किट के लिए रजिस्टेªशन करवाने वालों को किट घर पर पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिला कलक्टर के निर्देशानुसार ग्रामीण क्षेत्रों में इम्यूनोबूस्टर किट उपलब्ध करवाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
उन्होंने बताया कि आयुर्वेद विभाग द्वारा अब तक 3591 कोविड संक्रमित रोगियों समेत कोरोना वारियर्स और कोरोना रोगियों के संपर्क में आये कुल 7500 लोगों को इम्यूनोबूस्टर किट उपलब्ध कराये गये हैं। वर्तमान में जिला आयुर्वेद चिकित्सालय में पोस्ट कोविड यूनिट और बच्चों के लिए विशेष इम्यूनिटि क्लिनिक संचालित है।