मध्य प्रदेश

किसान भाई घबराऐं नहीं धैर्य रखें, आपका गेहूं पूरा खरीदा जाएगा : कलेक्टर

  भिण्ड.ShashikantGoyal/ @www.rubarunews.com>> कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने किसान भाइयों से अपील की है कि वे घबराऐ नहीं धैर्य रखें आपका गेहूं पूरा खरीदा जाएगा अभी खरीदी केन्द्रों पर खरीदी बंद नहीं हुई है, तूफान एवं अतिवर्षा की अलर्ट को देखते हुए जो गेहूं उपार्जन केन्द्रो पर खरीदा गया है, उसे पानी के भींगने से बचाना जरूरी है। इसलिए उपार्जन केन्द्रों पर एक-दो दिन के लिए खरीदी गति धीमी की गई हैं।

कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने आज अंतर्रविभागीय बैठक में जिले के सभी एसडीएमगणों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्र में तहसीलदार एवं नायब तहसीलदारो की टीम के साथ उपार्जन केन्द्रो पर पहुंचकर एक-दो दिन में होने वाली अतिवर्षा एवं तूफान के अर्लट को देखते हुए खरीदे गए गेहूं को सुरक्षित बचाने के लिए पर्याप्त व्यवस्था करें। उन्होंने बैठक में सभी एसडीएमगणों से उनके क्षेत्र में रखे गेहूं के उपार्जन केन्द्रों के नाम भी बताए। रखे हुए गेहूं को त्रिपाल से ढांककर पानी से बचाया जाए। इसके साथ ही ट्रांस्पोर्टेशन के माध्यम से तत्काल उठावाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाऐ।

कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस एवं पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने आज अकोडा, उमरी, नयागांव, पचौखरा, मिहोना, लहार, रावतपुरा उपार्जन केन्द्रों पर पहुंचकर खरीदी एवं गेहूं के परिवहन के संबंध में जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने उपार्जन प्रभारियों से कहा कि खरीदा गया गेहूं किसी भी कीमत में भींगना नहीं चाहिए। इसके लिए पर्याप्त त्रिपाल के माध्यम से ढांकने की व्यवस्था की जाए। जहां तक संभव हो गेहूं के बोरो को ट्रक, टेक्टर-ट्राली में भरवाकर उसके ऊपर त्रिपाल ढालकर पानी से बचाया जाए। जहां ज्यादा गेहूं रखा हुआ है और उसे उठाने की व्यवस्था नहीं बन पा रही है ऐसी स्थिति में रखे हुए गेहूं के बोरो के चारो तरफ नाली बनाकर और त्रिपाल से ढांका जाए ताकि वर्षा का पानी नाली के द्वारा बाहर निकल जाए।

इसके साथ ही उपार्जन स्थल पर किसान भाईयों से आग्रह कर समझाईस दी कि अभी खरीदी बंद नहीं की गई है। एक-दो दिन बाद आप लोगों का जो भी गेहूं है वह उपार्जन केन्द्रों पर खरीदा जाएगा। बारदान की पर्याप्त व्यवस्था है केवल एक-दो दिन में तूफान एवं अतिवर्षा के अर्लट को देखते हुए खरीदी में धीमी गति लाई गई है। खरीदे गए गेहूं को पानी से बचाना अति आवश्यक हो गया है। ऐसी स्थिति में आप लोग जिला प्रशासन का सहयोग प्रदान करें यही अपेक्षा आप किसान भाईयों से है।