मध्य प्रदेश

पुलिस व जिला प्रशासन की चुस्त-दुरुस्त व्यवस्थाओं के बाद भी प्रभारी मंत्री राजपूत का जला पुतला, कहीं लगे मुर्दाबाद के नारे

  भिण्ड.ShashikantGoyal/ @www.rubarunews.com>> राजस्व परिवहन एवं जिला प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के प्रथम आगमन पर शहर में पुलिस की चौकस व्यवस्था पूरी तरह से चौपट नजर आई। प्रभारी मंत्री ने जैसे ही नगर में प्रवेश किया तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर नारेबाजी शुरू कर दी। शहर के प्रमुख परेड चौराहा पर कार्यकर्ताओं ने मंत्री का पुतला फूंक दिया। यह पूरा नजारा पुलिस अधिकारियों के सामने चल रहा था, लेकिन पुलिसकर्मी मौन धारण करके खड़े रहे। हद तो तब हो गई जब जिला प्रशासन ने गोदी मीडिया के चुनिंदा पत्रकारों को स्टेंडिंग समिति की बैठक में बिठा दिया। अन्य मीडियाकर्मी जब बैठक का हिस्सा बनने जिपं पहुंचे तो गेट पर खड़े सुरक्षाकर्मियों ने अंदर जाने से रोक दिया। हंगामा इतना बढ़ा कि पत्रकारों ने कलेक्टर-एसपी सहित पीआरओ व जिला प्रशासन व प्रभारी मंत्री के खिलाफ जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए। जिसके बाद प्रभारी मंत्री को इसकी जानकारी लगी तो उन्होंने तुरंत सभी मीडिया कर्मचारियों को अंदर आने के लिए इशारा किया तो पत्रकारों ने अंदर जाने से मना कर दिया, शासन व प्रशासन के अधिकारियों के समझाने पर भी पत्रकार अंदर दाखिल नहीं हुए, तो स्वयं सदर विधायक संजीव सिंह उर्फ संजू कुशवाह बैठक छोड़कर बाहर आए और पत्रकारों से आग्रह किया। बाद में विधायक के कहने पर मीडिया के लोग प्रशासन के खिलाफ  नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रेसवार्ता में शामिल हुए। जिला पंचायत गेट के बाद चुनिंदा मीडिया कर्मचारियों को प्रवेश देने के लिए एक सूची चस्पा की गई थी, जिसकी भनक पीआरओ व कलेक्टर सहित पुलिस अधीक्षक किसी को पता नहीं थी।

 

प्रभारी मंत्री राजपूत ने कलेक्टर व पीआरओ को लगाई फटकार

राजस्व परिवहन एवं जिला प्रभारी मंत्री गोविन्दसिंह राजपूत की जिला पंचायत के सभागार में योजना समिति व क्राइसेस मैनेजमेंट की बैठक में जिलेभर के पत्रकारों को उनसे चर्चा करने के लिए बुलाया गया था  और बैठक शुरु हुई तो सिर्फ चुनिंदा 16 सिलेक्टेड पत्रकारों को ही समिति की बैठक में बिठा दिया, बांकी पत्रकार बैठक का हिस्सा बनने से पहले ही गेट पर पुलिस के अधिकािरयों व उनके सुरक्षा कर्मचारियों ने जाने से रोक दिया। फिर हंगामा इतना बढ़ गया कि पत्रकारों ने कलेक्टर-एसपी सहित पीआरओ के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे शुरु कर दिये। इस पर मंत्री ने संज्ञान लेते हुए पीआरओ अरुण शर्मा को बुलाया। मंत्री के कारण पूछे जाने पर पीआरओ ने पल्ला झाड़ते हुए कह दिया कि सूची जिला प्रशासन के यहां से जारी की गई है। कलेक्टर से पूछा गया तो वह भी मामले से किनारा करते नजर आए।

 

गोदी मीडिया के इशारे पर प्रशासन

  जिला प्रशासन के अधिकारी जिले में गोदी मीडिया के इशारे पर कार्य कर रहे हैं। सरकारी कार्यक्रम हो या योजनाओं को मूल रूप देने की बातए हर मामले में इनके सहयोग से प्रशासन के अधिकारी कार्य कर रहे हैं। बताया यहां तक गया है कि गोदी मीडिया के इशारे पर ही बाकी पत्रकारों को जानबूझकर बैठक से बाहर रखा गयाए ताकि अधिकारियों को उनके द्वारा पूछे गए तीखे सवालों का जवाब मंत्री के सामने न देना पड़े।

कलेक्टर व एसपी के कहने पर बनायी गई सूची, फिर भी जानकारी नहीं

जिला संपर्क कार्यालय से बैठक के संबंध में पत्रकारों की सूची जारी नहीं की गई है। यह सूची जिला प्रशासन की ओर से भेजी गई थी।, जिसकी जानकारी जब मंत्री ने पूछी तो किसी अधिकारी को पता नहीं कि सूची किसने व किसके कहने पर बनायी गई है लेकिन जो भी हो मीडिया जगत में फूटन डालने का प्रयास किया गया है जब बहुत ही निदंनीय है।

 

इनका कहना हे:

योजना समिति की बैठक में सभी पत्रकारों को आमंत्रित किया गया था। कुछ पत्रकार अंदर दाखिल नहीं हुए, यह मेरे संज्ञान में नहीं है। सूची जिसने भी बनाई उसकी जांच करेंगे।

-डॉ सतीश कुमार एसए कलेक्टर भिंड