मध्य प्रदेश

ऊर्जा मंत्री के निरीक्षण के बावजूद भी बिजली समस्या जस की तस

भिण्ड.ShashikantGoyal/ @www.rubarunews.com>> भले ही ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भिंड शहर की गलियों में घूमे। लोगों से बिजली को लेकर बातचीत की। प्रशासनिक दल बल के साथ मंत्री तोमर ने लोगों से वायदा किया था कि बिजली की कमीं नहीं होने देंगे। इसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। यहां सप्लाई में सुधार नहीं हो सका। छोटे-छोटे फॉल्ट के लिए घंटों बिजली गुल रह रही है। जिले की पब्लिक, गर्मी और उमस से जूझ रही है। इन दिनों जिले का पारा बढ़ा हुआ है। उमस व गर्मी लोगों को बेहाल किए हुए है। ऐसे में मिनट दो मिनट भी बिना बिजली के रहना मुश्किल हो रहा है। इस मौसम में बिजली का लोड 40 लाख यूनिट प्रतिदिन के आस पास पहुंच रहा है। जिले के ढाई लाख उपभोक्ता बिजली की लुका-छिपी से परेशान है। यद्पि भिंड शहर की बात करें तो यहां पर भी निरंतर बिजली का अभाव देखने को मिल रहा है। यहां हर दो घंटे में एक बार बिजली ट्रपिंग होती है। इस सबके पीछे है बिजली सप्लाई सिस्टम में घटिया उपकरणों का उपयोग किया जाना। ट्रांसफार्मर से लेकर, कंडक्टर, बिजली केबल, एबी स्विच, ट्रांजेक्शन बॉक्स, एलएसडी बॉक्स, जंपर, डिस्टीव्यूशन बॉक्स के अलावा अन्य उपरकण। कब कहां फॉल्ट आ जाए। इस बात की गारंटी कोई नहीं ले पा रहा है। बिजली कर्मी एक फॉल्ट ठीक करने से पहले दो से तीन शिकायतें पेंडिंग लेकर चलते है। इस वजह से घंटों सप्लाई ठप रहती है।

 

एफओसी पर रात 12 बजे शिकायत कराओ दर्ज, सुबह 8 बजे होगी सुनवाई

शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण व कस्बा स्तर पर हालात बुरे हैं। यहां बिजली के घटिया उपकरण के साथ ही संसाधनों की कमीं का रोना राया जा रहा है। यहां बिजली कंपनी पर्याप्त मात्रा में मानव संसाधन नहीं है। यही कारण है लहार, दबोह, आलमपुर, मिहोना, रौन, अटेर, फूप, अकोड़ा, गोरमी, मेहगांव, गोदह, मौ कस्बे में दो एफओसी टीम ही काम कर रही है। जबकि इन कस्बों में हर दिन फॉल्ट ज्यादा निकल रहे है। रात 12 बजे से सुबह 8 बजे तक एफओसी टीम नहीं होती है। रात के समय जो ऑन लाइन शिकायतें दर्ज कराई जाती है उनकी सुनवाई सुबह आठ बजे के बाद सुनवाई की जाती है। ऐसे में कई बार पूरी रात बिजली गुल होने से लोगों को रतजगा करना होता है।

 

बिजली व्यवस्था भगवान भरोसे

अटेर रोड पर रहने वाले विनोद कुमार का कहना है कि शहर की बिजली व्यवस्था भगवान भरोसे है। यहां कब बिजली आए कब जाए कोई गारंटी नहीं।

मंत्री के आने का भी कोई फायदा नहीं

बस स्टैंड पर रहने वाले आनंद कुशवाह का कहना है कि बीते दिनों शहर की बिजली व्यवस्था का निरीक्षण करने के लिए रात के समय ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर आए थे। सुबह से व्यवस्था का ढर्रा जस का तस है। ऊर्जा मंत्री के निरीक्षण का कोई फायदा नहीं हुआ।

लोड अधिक है फिर भी बेहतर सप्लाई दे रहे

बिजली कंपनी के दिनेश सुखीजा का कहना है कि शहर जिलेभर में बिजली का लोड अधिक है। बेहतर व्यवस्था के साथ बिजली सप्लाई दी जा रही है।