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पहली बार मिला नन्ही बालिकाओं को जन्मदिन पर उपहार

बूंदी.KrishnaKantRathore/ @www.rubarunews.com- ग्रामीण क्षेत्र में आमजन की बालिकाओं के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करने व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के प्रति व्यापक जन चेतनाकारी वातावरण निर्माण के उद्देश्य से महिला अधिकारिता विभाग के द्वारा ग्राम उलेडा में एक दिवसीय जनचेतना कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत बालिकाओं ने आत्मरक्षा का प्रशिक्षण प्राप्त किया रंगों के साथ अपनी भावनाओं का संदेश दिया तथा विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के बीच पांच वर्ष तक की नन्ही बालिकाओं का जन्म उत्सव मनाया गया व उन्हें उपहार भेंट किए गए तथा बालिका सशक्तिकरण हमारा दायित्व विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें उमंग संस्थान अध्यक्ष अनुसंधानकर्ता डॉ सविता लौरी, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान से जुड़े फ्री बीइंग मी व्यक्तित्व उन्नयन कार्यक्रम के जिला समन्वयक सर्वेश तिवारी, इनोवेटिव क्लब की नीलम माथुर मुख्य वक्ता थे। उद्घाटन सत्र पर समाजसेवी लादू लाल गुर्जर मुख्य अतिथि थे जबकि अध्यक्षता ग्राम विकास अधिकारी शिव लहरी शर्मा ने की। कार्यवाहक प्रधानाचार्य तेजमल नागर व उमंग संस्थान के सचिव कृष्ण कांत राठौर इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि रहे।

मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए लोरी ने बालिका जागृति की आवश्यकता व समस्याएं विषय पर अपने अनुसंधान के आधार पर बेटियों के संबंध में सामाजिक विसंगतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बालिका सशक्तिकरण के लिए सामाजिक जागरूकता की महती आवश्यकता है।

फ्री बीइंग मी बालिका व्यक्तित्व उन्नयन के मोटिवेशनल सत्र में जिला समन्वयक सर्वेश तिवारी ने किशोरी बालिकाओं को परिचर्चा व संवाद के माध्यम से आत्मसशक्तिकरण से रूबरू करवाया। वही दूसरी ओर बेटियाँ अपने आप को असहज विषम परिस्थितियों में कैसे सुरक्षित रहें इस हेतु आत्मरक्षा प्रशिक्षक ऋचा जैन द्वारा बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के गुर सिखाए। नीलम श्रीवास्तव में बालिका सशक्तिकरण में स्वयंसेवी संस्थाओं की महती भूमिका बताई व सशक्तिकरण को साझी जिम्मेदारी बताया। अपने उद्बोधन में विशिष्ट अतिथि राठौर ने समसामयिक परिप्रेक्ष्य में बालिका सशक्तिकरण के विभिन्न प्रयासों की प्रासंगिकता को स्पष्ट किया तथा अध्यक्षीय उदबोधन में शर्मा ने बेटी जन्मोत्सव जैसे आयोजनों को सामाजिक जनचेतना की दिशा में मील का पत्थर बताया व बेटियों को समाज की शान । शारदे पूजन के साथ मुख्य अतिथि ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

नन्ही नन्ही ग्रामीण बालिकाओं ने अपने जन्मदिन का केक काटा व अतिथियों ने उन्हें उपहार भेंट किए इनमें से कई बालिका है ऐसी थी जिनको जीवन में पहली बार कोई उपहार मिला था।

मंच से बालिकाओं ने विविध रंगों के माध्यम से, संगीतमय व एकल सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी। इससे पूर्व कार्यक्रम में महिला शक्ति केंद्र की जिला समन्वयक अर्पिता शर्मा ने अतिथियों का स्वागत भाषण के साथ अभिनंदन किया। कार्यक्रम का संचालन भंवरलाल मोटसर व संयोजन संगीता शर्मा ने किया। समन्वयक सपना कटारा ने विभागीय योजनाओं की जानकारी के साथ आभार प्रकट किया। इस अवसर पर साथिन पिंकेश शर्मा,सहायिका गायत्री बाई, राजेश गोयल, ज्योति राठौड़, संगीता शर्मा सहित ग्रामीण महिलाओं व बालिकाओं ने सहभागिता की।