राजस्थान

पारिस्थितिक संतुलन के लिए बेहद आवश्यक है जैव विविधता, आइए इसे बचाएं- सुनील कुमार यादव

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- पर्यावरण प्रदूषण के साथ जीवों के अस्तित्व पर मंडराते संकट के प्रति जनमानस को जागरूक व दायित्वाधींन करने के उद्देश्य से रविवार को जिलेभर में अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस पर विविध आयोजन हुए। उमंग संस्थान द्वारा इस अवसर पर जिलास्तर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में परिंडे बांधकर पर्यावरण रक्षा का संकल्प लिया गया।आयोजन में अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश सुनील कुमार यादव सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के मुख्य अतिथ्य में हुआ। यादव ने इस अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में बोलते हुए पर्यावरण असंतुलन पर चिंता प्रकट की उन्होंने कहा कि जैविक विविधता पारिस्थितिक संतुलन के लिए बेहद आवश्यक है, इसके बिना मानव अस्तित्व की कल्पना भी नही की जा सकती, उन्होंने संभागियों का आवाहन किया कि आइए हम प्रकृति की जीव विविधता को बचाएं।

संगोष्ठी में न्यायिक अधिकारियों के सानिध्य में उमंग संस्थान के सदस्यों ने भाग लेकर मजिस्ट्रेट कॉलोनी में परिंडे बांधे तथा नियमित रूप से जैव विविधता के वाहक पक्षियों के लिए जल व अन्न की व्यवस्था की। इस अवसर पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मुनेश चंद यादव व सिविल न्यायाधीश सुनील कुमार सहित उमंग उपाध्यक्ष लोकेश कुमार जैन व विनोद कुमार गौतम, सचिव कृष्णकांत राठौर, समन्वयक सर्वेश तिवारी, एजु सेल प्रभारी राकेश माहेश्वरी व जय सिंह सोलंकी ने सहभागिता की।

इसी क्रम में संस्थान द्वारा जवाहर नगर में श्री मुद्गल ज्योतिष अनुसंधान एवं शिक्षण संस्थान पर जैव सरंक्षण हमारा दायित्व विषय पर पंडित विनोद कुमार गौतम जगन्नाथपुरा वालों की अध्यक्षता में जन परिचर्चा का आयोजन किया गया व ग्यारह परिंडे बंधवाए गये। परिचर्चा में वक्ताओं ने बताया कि प्रति वर्ष मई को मनाये जाने वाला, अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस दुनिया को घेरने वाली जैव विविधता के मुद्दों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक दिन के रूप में चिह्नित किया गया है। ग्रह के संतुलन को बनाए रखने के लिए जैव विविधता आवश्यक है। यह पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं की आधारशिला है, जो पूरी तरह से मानव कल्याण से जुड़ी हैं।परिसर में अध्यापक विक्रम सिंह सोलंकी, पंडित शंकर लाल दाधीच, अश्विन लेखवानी, क्षत्रिय संस्था निदेशक रणजीत सिंह, सरोज शर्मा, यक्षित शर्मा ने पक्षियों के लिए परिंडे बांधे ।