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बाल श्रम विरोधी अभियान खुली आँखों से सपने देखता है- अशोक कुमार CACL

बाल श्रम मुक्त भारत का 44 दिवसीय अभियान आरम्भ हुआ
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से ही बाल श्रम मुक्त मध्यप्रदेश संभव- बृजेश चौहान SCPCR
बच्चों को बचपन मिल सके – आर.एस. तिवारी
बाल श्रम विरोधी अभियान खुली आँखों से सपने देखता है- अशोक कुमार CACL
बच्चों की श्रम में संलग्नता को आपराधिक- प्रदीप सेव द चिल्ड्रन
दतिया से रीजनल कन्वीनर रामजीशरण राय सहभागिता की

दतिया @rubarunews.com>>>>>>>>>>>>>>>> राष्ट्रीय बाल श्रम उन्मूलन दिवस-2022 के अवसर पर बाल श्रम विरोधी अभियान के तत्वावधान में चाइल्ड लेबर फ्री इंडिया 44 दिवसीय अभियान का राष्ट्रीय शुभारंभ सभागार राज्य म्यूजियम श्यामला हिल्स भोपाल में किया गया।


चाइल्ड लेबर फ्री इंडिया 44 दिवसीय अभियान का शुभारंभ कार्यक्रम में बृजेश चौहान सदस्य, बाल आयोग मध्यप्रदेश, कु. महिमा गौडसे, आर एस तिवारी संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र, दिलीप बोहरे श्रम कल्याण मण्डल, मयंक दीक्षित श्रम विभाग भोपाल, प्रदीप जाजू सेव द चिल्ड्रन व अशोक कुमार एडवोकेसी युनिट CACL नई दिल्ली अतिथि विषय विशेषज्ञों की उपस्थिति रही। अभियान का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन कर अतिथि समूह ने किया। अतिथियों का स्वागत CACL के राज्य कनवीनर्स मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा ने गुलदस्ते भेंट किए।


कार्यक्रम में स्वागत भाषण राजीव भार्गव स्टेट कन्वीनर मध्यप्रदेश ने किया व CACL की 32 वर्ष की यात्रा व संचालित प्रयासों पर जानकारी देते हुए राष्ट्रीय बाल श्रम उन्मूलन दिवस के इतिहास के बारे में जानकारी दी एवं बताया कि CACL जागती आँखों से बाल श्रम मुक्त भारत का सपना देखता है। कार्यक्रम सफल और प्रभावी संचालन संजय सिंह ने किया। CACL का गीत “हमें अपनी ज़िंदगी खुद बनाने दो, आज अपना बचपन हम माँगते हैं।” रामजीशरण राय दतिया ने “मन की पीड़ा गाके के रए भैया सुनलो खोल कें कान, आल्हा है जन जन के हित का भैया थोड़ा देना ध्यान।” प्रस्तुत किया। महाराष्ट्र से श्रद्धा पाटकर ने मराठी जागरूकता गीत व झारखण्ड से किशन रवि ने झाबुआ से रजत श्रीवास्तव ने गीत प्रस्तुत किया।


चाइल्ड लेबर फ्री इंडिया 44 दिवसीय राष्ट्रीय अभियान की गतिविधियों, चरणबद्ध कार्ययोजना के बारे में व्यापक जानकारी सुश्री उदिता श्रीवास्तव सचिवालय CACL ने देते हुए बताया कि 6 सप्ताह 6 विषय बाल श्रम उन्मूलन जागरूकता गतिविधियों के तहत बाल श्रम के स्वरूप, बाल श्रम में संलग्न बच्चों के चिंहाकन हेतु सर्वेक्षण, बाल श्रम विशेषज्ञ लाइव सत्रों का संचालन, सोशल मीडिया पर संदेश प्रसारण, फोटोग्राफी प्रतियोगिता, बाल श्रमिकों की कहानी उनकी जुबानी वीडियो प्रस्तुतिकरण के साथ ही बाल श्रम की कारकों पर प्रहार करने हेतु हम सभी को प्रभावी प्रयासों में अपना योगदान देते हुए बाल श्रम विरोधी अभियान के साथी बन चाइल्ड लेबर फ्री इंडिया अभियान में सहभागी बनने की अपील की।



अभियान शुभारम्भ कार्यक्रम के मुख्यअतिथि बृजेश चौहान ने संबोधित करते हुए बताया कि बेहतर शिक्षा है तो हम मध्यप्रदेश को बाल श्रम मुक्ति संभव है। साथ ही बाल श्रम मुक्त भारत 44 दिवसीय अभियान को सफल और प्रभावी बनाने हेतु सभी विभागों के साथ ही स्वैच्छिक संगठनों, समुदाय को मिलकर सामूहिक प्रयास करते हुए अपनी-अपनी भूमिका का निर्वहन अपने दायित्वों का निर्वहन करें। बाल श्रमिक दिखने पर अविलंब कानूनी कार्यवाही कराकर दोषियों को सजा दिलाने का प्रयास करें। सेव द चिल्ड्रन के प्रदीप जाजू ने बच्चों की श्रम में संलग्नता को आपराधिक बताते हुए सभी से अभियान के प्रयासों में भागीदारी करने की अपील की।

तदोपरांत बालमंच के बाल कलाकारों के दल ने रामकुमार के नेतृत्व में बच्चों की माँगपूर्ण गीत “प्यार चाहिए, अधिकार चाहिए” की ससंगीत प्रस्तुति दी। टीडीएच की सुश्री शर्मीली जी ने अभियान के प्रमुख चरणों की जानकारी दी। अतिथियों द्वारा अभियान का पोस्टर, रेडियो व दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले ऑडियो एवं वीडियो की लॉन्चिंग की गई। श्रम विभाग के मयंक दीक्षित ने संचालित शासकीय योजनाओं व कार्यक्रमों की व्यापक जानकारी दी। श्रम कल्याण मण्डल के दिलीप बोहरे ने बाल श्रम सभ्य समाज के लिए प्रश्नचिन्ह बताया इसे रोकने हेतु हम सबको समेकित प्रयास करना होंगे। बाल श्रम में संलग्न बच्चे के विभिन्न पहलुओं, सामाजिक परिवेश और कारकों को समझकर आनन्दम केन्द्र, श्रम विद्यालय से जोड़ने की बात कही। CACL सचिवालय के जावेद चौधरी ने आकाशवाणी, दूरदर्शन व सोशल मीडिया के ऑडियो, वीडियो व पोस्टर की डिजिटली प्रस्तुति दी।

बाल मंच की अध्यक्ष कु. महिमा घोड़के ने बच्चों की श्रम की संलग्नता के कारण बेबाकी से बताए जिनमें प्रमुख रूप से पारिवारिक स्थिति, जरूरत की वस्तुओं की प्रतिपूर्ति हेतु मजबूरन बाल श्रम जैसे अवैधानिक गतिविधि में जुड़ना पड़ता है। कार्यक्रम में CACL के राष्ट्रीय कन्वीनर मैथ्यू फिलिप ने CACL की यात्रा व भावी रणनीति की व्यापक जानकारी दी। राज्य शिक्षा केन्द्र संचालक आरएस तिवारी ने आजादी से अबतक शासकीय, अशासकीय व सामाजिक प्रयासों के बारे में अवगत कराते हुए और प्रभावी प्रयास करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने राज्य शिक्षा केन्द्र की योजनाओं के साथ ही RTE के प्रावधानों व हितधारकों के अधिकार के बारे में व्यापक जानकारी दी। 44 दिवसीय अभियान में CACL के साथ शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग श्रम विभाग के साथ ही सभी बच्चों के लिए कार्यरत विभाग सहभागी बनकर बाल श्रम मुक्त मध्यप्रदेश बनाने की मुहिम में आहुति दें यह अपील की।

चाइल्ड लेबर फ्री इंडिया 44 दिवसीय अभियान का राष्ट्रीय शुभारंभ कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के रीजनल कन्वीनर ग्वालियर रामजीशरण राय, रमेश प्रकाश पाण्डेय शहडोल, सुश्री मोना दफ़्तरी खंडवा, रजत श्रीवास्तव, किशन कुमार झाबुआ, महाराष्ट्र से सुश्री श्रद्धा सतीश पाटकर, तस्लीम सुश्री , प्रकाशजी उड़ीसा से विजयलक्ष्मी महापात्रा, देबीदत्ता मोहन्त, गोविंद ओझा, दीपक जैना, छत्तीसगढ़ से धनन्जय जी, भूपेश जी, सुश्री सोमिल, सुश्री मलेश, झारखंड से सतीश कुमार, गणेश रवि, रवि रंजन शकील जी, संतोष जी सहित 6 राज्यों से अभियान के राज्य कन्वीनर व रीजनल कन्वीनर के साथ ही मध्यप्रदेश के बाल मंचों के पदाधिकारियों, सदस्यों बाल कलाकारों एवं राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं के प्रतिनिधियों, स्वैच्छिक संगठनों, मीडिया साथियों ने बड़ी संख्या में सहभागिता की। मुस्कान संस्था के बच्चों ने नील पीले पल नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में राजीव भार्गव स्टेट कन्वीनर ने आभार व्यक्त किया। उक्त जानकारी CACL की सुश्री तरन्नुम खान ने दी।