क्राइममध्य प्रदेश

एटीएम कार्ड बदलकर कर धोखाधड़ी करने वाले 3 बदमाश गिरफ्तार

भिण्ड.ShashikantGoyal/ @www.rubarunews.com>> एटीएम कार्ड बदलकर लोगों के खातों से पैसे उड़ाने वाले एक गिरोह के तीन सदस्यों को भिंड पुलिस ने दबोच लिया है। पुलिस ने इनके कब्जे से 9 एटीएम कार्ड और एक कार भी जब्त की है। वहीं उनके अन्य साथियों की तलाश है। यह बदमाश पहले रेलवे स्टेशन और ट्रेन में यात्रियों के बैग चुराते थे। लेकिन लॉकडाउन में ट्रेन का संचालन कम हुआ तो उन्होंने अपराध का तरीका बदल दिया। पिछले दो साल से यह लोग मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र के जिलों में इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। दरअसल गढ़ी निवासी सुमित शर्मा पुत्र रामदुलारे शर्मा 28 मई को भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम से पैसे निकालने गए थे। तभी दो लड़कों ने उनकी मदद करने के नाम पर उनका कार्ड बदल दिया। जब पैसे नहीं निकले तो सुमित घर आ गए। वहीं घर पर उन्होंने अपना एटीएम कार्ड देखा तो वह उनका न होकर किसी रामहरी मंगला के नाम का था। तब सुमित को समझ आया कि उनके साथ धोखाधड़ी हो गई। वहीं बैंक जाकर उन्होंने पता किया तब तक उनके खाते से 80 हजार रुपए निकल चुके थे। इसके बाद धोखाधड़ी का शिकार हुए सुमित ने पहले मेहगांव थाना फिर एसपी ऑफिस आकर शिकायत की। एसपी मनोज कुमार सिंह ने उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए मेहगांव एसडीओपी आरकेएस राठौर के नेतृत्व में एक टीम बनाई, जिसमें मेहगांव टीआई डीबीएस तोमर, सुरेश शर्मा, एसआई विवेक प्रभात, दीपेंद्र यादव, शिवप्रताप सिंह सहित अन्य एएसआई, प्रधान आरक्षक और आरक्षकों को शामिल किया गया।

तीन भाइयों ने मिलकर बनाया गिरोह

सब इंस्पेक्टर दीपेंद्र यादव ने बताया कि विवेचना के दौरान निसार खान, इशफाक खान, इसराज खान पुत्रगण निजाम खान निवासी मदरसा के पास गांधी नगर भिंड के नाम सामने आए हैं। जो कि आपस में भाई हैं, जिन्होंने अपने दोस्त निसार उर्फ सिम्माली पुत्र डाक्टर खान निवासी पुर, शाहरुख पुत्र इकबाल खान निवासी मधैयापुरा के साथ मिलकर इस तरह की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। गुरुवार की सुबह मेहगांव पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर निसार खान, इसराज खान पुत्रगण निजाम खान और शाहरुख पुत्र इकबाल खान को दबोच लिया। इनके कब्जे से पुलिस ने 9 एटीएम कार्ड और एक कार क्र. एमपी 33 सी 1727 व एक मोबाइल फोन भी जब्त की है। प्रारंभिक पूछताछ में इन्होंने अब तक 10-12 धोखाधड़ी की वारदात करना स्वीकार किया है।

बदमाश कम पढ़े लिखे लोगों को बनाते थे निशाना

पुलिस के मुताबिक यह आरोपी किराए पर कार लेकर चलते हैं। साथ ही छोटे कस्बों में ऐसे लोगों को निशाना बनाते जो कि कम पढ़े लिखे होते हैं। पैसे निकालने में मदद करने के नाम पर वे कार्ड बदलते और कुछ दूर चलने के बाद दूसरे एटीएम बूथ 9500-9500 रुपए करके खाता खाली कर देते। साथ ही कार्ड स्वाइप कर महंगी शॉपिंग करते। अब तक उनके द्वारा भिंड के मेहगांव, आगरए राजगढ़, सिरोंज राजस्थान के बांदी कुई, अजमेर, महाराष्ट्र के औरंगाबाद आदि स्थानों पर वारदात को अंजाम देना बताया गया है। वहीं पुलिस को इनके कब्जे से जो कार्ड मिले हैं, पुलिस उनसे भी संपर्क कर इनके अपराधों की चेन जोड़ रही है। बदमाशों ने बताया कि लॉकडाउन से पहले वे ट्रेन और स्टेशन से सामान चोरी करते थे। लेकिन लॉकडाउन के बाद उन्होंने यह काम शुरू कर दिया।

इनका कहना है:

बदमाशों ने जिन एटीएम बूथ से पैसे निकाले थे। वहां से उनके सीसीटीवी फुटेज निकलवाएं। फिर बैंक से पता चला कि बदमाशों ने शहर के धनवंतरी काम्पलेक्स की एक दुकान से दो मोबाइल और 5 हजार रुपए नकदी कार्ड स्वाइप किए हैं। जिसके बाद बदमाशों को दबोच लिया।

-डीबीएस तोमर, टीआई थाना-मेहगांव