राजस्थान

विकास कार्यों में जनता की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करें जनप्रतिनिधिः बिरला

कोटा.K.K.Rathore/ @www.rubarunews.com- संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी के प्रवास पर आए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सोमवार को केशवरायपाटन क्षेत्र के दौरे के समय पंचायत समिति कार्यालय में नवनिर्वाचित सदस्यों से मिले। बिरला ने न सिर्फ उन्हें लोकतांत्रिक मूल्यों का महत्व बताया बल्कि उन्हें विकास कार्यों में अधिक से अधिक जनभागीदारी सुनिश्चित करने को भी कहा।
नवनिर्वाचित सदस्यों से मुखातिब होते हुए बिरला ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे विशाल एवं क्रियाशील लोकतंत्र हैं। यहां वैदिक काल से लोकतांत्रिक परम्पराएं समृद्ध थीं और जनता सभी व्यवस्थाओं का केंद्र हुआ करती थी। देश की आजादी के बाद संविधान निर्माण के दौरान भी जनता को ही केंद्र में रखा गया। देशवासियों के संविधान में दृढ़ विश्वास के कारण हमारा लोकतंत्र मजबूत होता चला गया।
उन्होंने कहा कि पंचायतें भले ही हमारे लोकतंत्र की सबसे छोटी कड़ी हैं परन्तु वह सबसे मजबूत कड़ी भी हैं। पंचायतों में बैठकर लोग बड़ी-बड़ी समस्याओं का समाधान निकल लेते हैं। विकास की कोई योजना बने तो उसका आधार आमजन का कल्याण ही होना चाहिए। जनप्रतिनिधि का दायित्व है कि वह जनता की आशाओं, अपेक्षाओं और उम्मीदों के अनुरूप कार्य करे। इसके लिए आप सबको दलगत भावना को त्याग कर सामूहिक निर्णय क्षमता विकसित करनी होगी।
बिरला ने कहा कि पंचायत समितियों की बैठक में जनता से जुड़े विषयों पर अधिक से अधिक विचार-विमर्श, चर्चा-संवाद, वाद-विवाद होना चाहिए। फैसले भी जनता की राय के अनुरूप किए जाएं। समस्यांे का चिन्हीकरण कर उन्हें जिला परिषद, विधायक और सांसद के कार्यक्षेत्र के अनुसार बांटे और उनका सक्षम स्तर पर निराकरण करवाने का सामूहिक प्रयास करें।
पहले तीन और फिर दो साल की योजना
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पंचायत समिति सदस्यों को सुझाव दिया कि क्षेत्र के विकास की व्यापक कार्ययोजना तैयार करने के प्रयास करें। योजना और तीन और दो साल के दो चरणों में बांटे। क्षेत्र के पिछड़े हिस्सों में विकास पर अधिक ध्यान दें। प्रयास करें कि वे क्षेत्र भी अग्रिम पंक्ति में आ सकें। विकास कार्यों में जनभागीदारी भी सुनिश्चित करें। जिन क्षेत्रों मंे जनभागीदारी रहती है वहां कार्य की गुणवत्ता और उत्पादकता में भी सुधार होता है।
*कार्यपालिका को बनाए जवाबदेह*
बिरला ने कहा कि जनप्रतिनिधि कार्यपालिका को जनता के प्रति अधिक जवाबदेह व पारदर्शी बनाने को भी संकल्पित रहें। बैठकों में जो भी निर्णय लिए जाते हैं उनके क्रियान्वयन की जिम्मेदारी अधिकारियों की होती है। अतः निर्णयों पर हुए काम का फाॅलोअप अवश्य किया जाना चाहिए। इससे ही हम जनता की आवश्यकताओं के अनुरूप काम सुनिश्चित कर पाएंगे।
क्षेत्र का समग्र विकास मेरी प्राथमिकताः बिरला*
इससे पूर्व लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने केशवरायपाटन व कापरेन क्षेत्र में प्रबुद्धजन सम्मेलन में भी भाग लिया। दोनों जगहों पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिरला ने कहा कि वे क्षेत्र के समग्र विकास को संकल्पित हैं। केशवरायपाटन क्षेत्र में पेयजल के फिल्ट्रेशन प्लांट की मांग लंबित है। राज्य सरकार व केंद्र सरकार के समन्वय से इसको पूरा करने के प्रयास कर रहे हैं ताकि लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सके। उन्होंने केशवराय जी मंदिर के विकास कार्य के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी भी दी।
*दुख में भी बने भागीदार*
केशवरायपाटन और कापरेन क्षेत्र के दौरे के समय लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने केशवरायपाटन में पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष पारस जैन, बलकासा के पूर्व पंचायत समिति सदस्य धनराज मीणा तथा अन्य समाज सेवियों के निधन पर भी दुख व्यक्त किया। बिरला ने इन लोगों के घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया। बिरला ने शोक संतप्त परिवारों से कहा कि दुख की इस घड़ी में वे उनके साथ हैं।
*बैठकर सुनी दिव्यांग की परेशानी*

पंचायत समिति कार्यालय से बाहर निकलते समय लोकसभा अध्यक्ष बिरला को दिव्यांग महावीर मिला। महावीर ने बताया कि बिरला के प्रयासों से मिली मोटराइज्ड ट्राई-साईकल की बैटरी खराब हो गई। इस कारण उसे दिन प्रतिदिन की कार्य करने में कठिनाई महसूस हो रही है। बिरला ने दिव्यांग महावीर को बैटरी दिलवाने के लिए आश्वस्त करते हुए अपने निजी स्टाफ को तुरंत की मोटराइज्ड ट्राई-साईकल के लिए बैटरी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।