मध्य प्रदेश

मनरेगा योजना में प्रवासी मजदूर रोजगार पाकर हो रहे प्रफुल्लित

श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com>>मुख्यमंत्री  शिवराज सिहं चौहान  की पहल पर नोबल कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण में अन्य राज्यो से आयें श्योपुर जिले के प्रवासी मजदूर अपनी ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना के कार्य में रोजगार पाकर प्रफुल्लित हो रहे है।
श्योपुर जिले के अंतर्गत प्रवासी मजदूरो को मनरेगा योजना के अंतर्गत 31 मार्च तक 28 हजार अकुशल मजदूरो को कार्य देने की पहल की गई है। जिसके अंतर्गत वाटर कन्जेर्वेशन के तहत तालाब, खेत तालाब, चैकडैम स्टाॅप डैम, परकोलेश आदि कार्यो के माध्यम से 23887 लेबर नियोजन की जाकर अन्य प्रकार के कार्य मैडबंधन, प्रधानमंत्री आवास योजना आदि के माध्यम से 4239 लेबर को नियोजन करने की सुविधा प्रदान की गई है।
कलेक्टर  राकेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा नवीन चैकडैम, स्टाॅप डैम के 105 एवं तालाब/खेत तालाब के 60 तथा परकोलेशन पीट के 10 कार्य कर प्रवासी श्रमिको को रोजगार देने की पहल की है। साथ ही सीईओ जिला पंचायत  हर्ष सिहं के माध्यम से वर्ष 2020-21 में वाटर कजेन्र्वेशन के प्रगतिरत कार्यो का वर्षा से पूर्व पूर्ण कराने की दिशा में ग्राम पंचायत के माध्यम से प्रयास जारी है। जिसमें वर्षा के पानी को रोक कर वाटर लेबल बढाने के कार्य भी हाथ में लिये गये है।
जिले की ग्राम पंचायतो के माध्यम से इच्छुक श्रमिको को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। जो श्रमिक अन्य राज्य से श्योपुर जिले में वापस आये है। उनको को मनरेगा अंतर्गत डिमाण्ड के अनुसार ग्राम पंचायते रोजगार के अवसर प्रदान कर रही है। साथ ही श्रमिको के नये जाॅबकार्ड बनाकर रोजगार उपलब्ध कराने की पहल जारी है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में 31 मई तक 1980 जाॅबकार्ड बनाये गये है। जिसमें 3505 श्रमिक शामिल है। इसी प्रकार चालू वित्तीय वर्ष में 987741 मावन दिवस सृजित किये जाकर 6.90 करोड का अद्धकुशल श्रमिको को भुगतान किया गया है।
जिले के आदिवासी विकासखण्ड कराहल के ग्राम कलमी में मनरेगा के तहत ताबाल गहरीकरण का कार्य कराया जा रहा है। यह कार्य प्रारंभ होने से गांव में लगभग 40 प्रवासी श्रमिकों तथा ग्रामवासियों को रोजगार मिल रहा है। इनमें कलमी के प्रवासी श्रमिक जो जयपुर से लौटे हैं। वह जयपुर में काम करते थे लेकिन लॉकडाउन के कारण काम बंद होने से उनके सामने रोजगार का संकट उत्पन्न हो गया। जिस कारण वह गांव वापस लौट आए।
ग्राम कलमी के महावीर पुत्र हलुका आदिवासी एवं सुखवीर पुत्र रामेश आदिवासी ने बताया कि मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान  द्वारा जिला प्रशासन के माध्यम से प्रवासी श्रमिको को ग्राम पंचायत में ही तालाब गहरीकरण का कार्य दिया गया है। इस कार्य पर हम प्रतिदिन रोजगार के अवसर प्राप्त कर रहे है। साथ ही सप्ताह में मजदूरी का भुगतान भी प्राप्त हो रहा है। जिसके लिए मप्र सरकार, जिला प्रशासन और पंचायत एवं ग्रामीण विभाग के सभी श्रमिक आभारी है।