राजस्थान

बूंदी उत्सव’ इस बार डिजिटल प्लेटफाॅर्म पर

बून्दी.KrishnaKantRathore/ @www.rubarunews.com- हाडौती का प्रमुख पर्यटन पर्व ‘बूंदी उत्सव’ इस बार ‘डिजिटल’ प्लेटफाॅर्म पर नजर आएगा। कोविड-19 के चलते बूंदी उत्सव परंपरागत रूप से नहीं मनाया जा सकेगा, लेकिन कला प्रेमी एवं पर्यटक डिजिटल रूप से इसमें जुड सकेंगे। जिला प्रशासन एवं कला प्रेमियों की पहल से बूंदी उत्सव की वर्ष 1996 से 2019 तक की स्मृतियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर नवाचारी तौर पर प्रस्तुत किया गया है। जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता ने बुधवार को बून्दी उत्सव 1996 से 2019 का वीडियो जारी किया। इस अवधि में मनाई गई इस पर्यटन पर्व की बहुरंगी झांकी वीडियो के माध्यम से आमजन एवं पर्यटक को उपलब्ध हो सकेगी। सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, वाट्सएप, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, गूगल मेप व वेबसाइट www.bundionline.com पर इस बहुरंगी झांकी को पर्यटन प्रेमी देख सकेंगे। यह वीडियो 4 मिनट 40 सैकंड का है ।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि इस वर्ष कोविड-19 के चलते बून्दी उत्सव का आयोजन नही हो रहा। ऐसे में सोशल मीडिया के माध्यम से उत्सव को देखा जा सकता है। इससे देश विदेश में बून्दी की एक अलग पहचान बनेगी।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर अमानुल्ला खां, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद मुरलीधर प्रतिहार, पर्यटन अधिकारी विवेक जोशी मौजूद रहे। फोटोग्राफर एएच जैदी, पीयूष पाचक और नारायण मण्डोवरा के चित्रों के नायाब संकलन से यह वीडियो बनाया गया है। वीडियो में 1996 से 2019 तक के फोटो एवं वीडियो शामिल हैं। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झलक है। बून्दी की वेबसाइट पर जोनेश सोलंकी द्वारा वीडियो को सजाया गया है।
उल्लेखनीय है कि बून्दी उत्सव की शुरुआत 1996 में तत्कालीन कलक्टर मधुकर गुप्ता ने की थी । तब से गत वर्ष तक की अवधि में विख्यात नृत्यांगना प्रोतिमा बेदी की नृत्य की प्रस्तुति, गायक मोहित चैहान, मोहनी अट्टम नृत्यांगना विजय लक्ष्मी, पाश्र्व गायिका अनुराधा पोडवाल, हेमामालिनी, यूफोरिया गायक पलाश सेन , शब्बीर कुमार , मो. अजीज , सपना अवस्थी , भजन गायक अनूप जलोटा, राजस्थानी गायक स्वरूप खान, गजल गायक हुसैन बन्धु सहित विभिन्न अंचलों के कलाकारों ने बून्दी उत्सव को नई ऊंचाइयों पर पहुचाया। गत वर्ष 25वॉं बून्दी उत्सव 15 दिन तक मनाया गया था। देश भर के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से बहुरंगी भारत की तस्वीर दिखाई थी, जिससे दर्शक व विदेशी पर्यटक मंत्रमुग्ध हो गए थे। इन्ही सब सांस्कृतिक झलकियों को वेबसाइट पर सजाया गया है।